सीपीयू का पूरा नाम क्या है तथा CPU के बारे में विस्तार से समझाईये ?
सीपीयू का पूरा नाम सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (central processing unit ) होता है । इसे हिंदी में ‘केंद्रीय प्रचालन तंत्र’ कहा जाता है ।
एक आधुनिक CPU आम तौर पर छोटा और चौकोर आकार का बना हुआ होता है, जिसमें कई छोटे- छोटे, गोलाकार, धातु कनेक्टर इसके अन्दर दिखाई देते हैं ।
सीपीयू कंप्यूटर का महत्वपूर्ण भाग है , यह कंप्यूटर के सभी सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर यंत्रों को नियंत्रित करता है। cpu को कंप्यूटर का मस्तिष्क (Brain) भी कहा जाता है । इनपुट यूनिट के मदद से सभी प्रकार के डाटा और निर्देशों को कंप्यूटर में इंटर कराया जाता है और यह डाटा सीपीयू में ही प्रोसेस करते हैं और इसके बाद ही यह आपको आउटपुट प्रदान कराता है । इन सभी प्रोसेस को पूरा करने के लिए यह अपने दो यूनिट का उपयोग करता है । जो निम्न प्रकार से है :-
1. अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट ( arithmetic logic unit ) - यह अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट की मदद से कंप्यूटर में अंकगणितीय गणना और तार्किक गणना इत्यादि का काम करता है । जैसे जोड़, घटाना, गुणा, भाग इत्यादि |
2.कंट्रोल यूनिट ( control unit ) - कंट्रोल यूनिट की मदद से कंप्यूटर में होने वाले सभी कार्यों को नियंत्रित करता है और इनपुट डिवाइस, आउटपुट डिवाइस और अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट की सारी गतिविधियों के मध्य समन्वय स्थापित करता है ।
सीपीयू से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी इस प्रकार है -
1. सबसे पहले 1823 में बैरन जोंस जैकब ने Processors को बनाने के लिए आवश्यक मूल घटक सिलिकॉन (Silicon), की खोज की थी |
2. इसके बाद 1903 में, निकोला टेस्ला द्वारा इलेक्ट्रिकल लॉजिक सर्किट्स (गेट्स या स्विच) का पेटेंट कराया गया था |
3. फिर 1947 में बेल प्रयोगशालाओं में जॉन बार्डन, वाल्टर ब्रेटन और विलियम शॉक्ले ने प्रथम ट्रांजिस्टर का आविष्कार किया था |
4. 1958 में, रॉबर्ट नॉयस और जैक किल्बी ने पहला Integrated Circuit विकसित करने का कारनामा कर दिखाया था|
5. इसके बाद 15 नवंबर 1971 में Intel ने पहला माइक्रोप्रोसेसर Intel 4004 पेश कर दिया था ।
6. फिर मार्च 1991 में AMD ने AM386 माइक्रोप्रोसेसर्स के Series की शुरुआत कर दी थी |
7. 22 मार्च 1993 को Intel ने पेंटियम 60 MHz का प्रोसेसर जारी किया, जिसमें लगभग 1 मिलियन ट्रांजिस्टर्स मौजूद थे |
8. इसके बाद 4 जनवरी 2000 को Intel ने सेलेरॉन 553 MHz Bus प्रोसेसर की शुरुआत की |
9. 22 अप्रैल 2006 को Intel ने Core 2 Duo E6320 प्रोसेसर जारी कर दिया |
10. नवंबर 2008 में Intel ने पहला Core i7 डेस्कटॉप प्रोसेसर जारी किया था |
सीपीयू को बनाने वाली कुछ कंपनियों के नाम इस प्रकार है
1.
Intel
2.
AMD
3.
Media Tek
4.
Qualcomm
5. Motorola
सीपीयू के front और back में कई छोटे-बड़े पार्ट्स होते हैं जिनका अलग-अलग प्रकार से उसका उपयोग किया जाता है इसे ही कुछ पार्ट के नाम आप चित्र में देख सकते है |
सीपीयू के अंदर कई पार्ट्स होते हैं, जो एक जाल की तरह दिखाई देते हैं । यह एक दुसरे से जुड़े रहते है | कंप्यूटर के कुछ आंतरिक भागों के नाम इस प्रकार हैं ।
1. Motherboard - मदर बोई एक पतली सी प्लेट का ऊपर सर्किट बना हआ रहता है इसके द्वारा सभी ports को control किया जाता है | Motherboard के साथ expansion card को जोड कर इसकी परिधि को बनया जाता है ताकि Optical Drive और Audio के लिए Connection जोड़ा जाये |
2. Processor/CPU - कंप्यूटर के motherboard में लगी एक छोटा सा पुर्जा जिसे आप computer brain कह सकते है प्रोसेसर के मदद से कंप्यूटर के हर program को operate करते है वैसा ही जैसे हमारा दिमाग करता है इसे ही CPU भी कहते है और इसकी speed इसकी quality पर निर्भर करता है processor speed जितनी ज्यादा होंगे कंप्यूटर उतनी fast काम कर पायेगा |
3. RAM (Random Access Memory) - कंप्यूटर में हम जो भी गतिविधि दोहराते है, वो सभी RAM द्वारा access किया जाता है इसीलिए इसे Random Access Memory कहते है ये computer memory की एक form है इसका मूल काम है real time में data को temporarily save करके रखना | रैम का कार्य तब तक रहता है जब तक कंप्यूटर में कार्य करते है बिजली जाने पर या कंप्यूटर बंद हो जाने पर रैम का कार्य ख़तम हो जाता है | RAM को मापने के लिए Megabytes (MB) और Gigabytes (GB) Unit का इस्तेमाल किया जाता है |
4. ROM (Read Only Memory) - Computer manufacturer द्वारा डाला गया ये एक software होता है जिसे यूजर कोई modify या remove नहीं कर सकता ये कुछ जटिल programming होता है जो system को चलाने के लिए महत्यपूर्ण भूमिका निभाते है ROM का full form है Read only Memory और कुछ कुछ साधारण सी device में ROM एक complete operating system का काम करता है |
5. BIOS - BIOS एक फर्मवेयर है और booting process इस firmware के द्वारा perform किया जाता है कंप्यूटर ऑन करते ही सारी चीजे load करने के लिए कुछ समय लेता है जैसे Operating system, software's आदि screen पर लोड होकर आते है इसे बूटिंग कहते है ये PC की system board में पहले से ही install रहता है, और computer on होते ही सबसे पहले यही run करता है |
6. Hard Disk Drive (HDD) or Solid State Drive (SSD) – कंप्यूटर storage device में HDD मतलब hard disk drive एक प्रचलित और पुराने ज़माने का computer storage है इनमे mechanical platters रहता है जो घूमते रहता है इसके ऊपर लगा read / write head डाटा को सेव करता है SSD एक नए ज़माने का कंप्यूटर स्टोरेज device है ये एक chip है जो डाटा को save करके रखता है ये HDD से बहुत ही fast data save कर सकता है और बहुत ही कम power consume करता है आजकल machine में SSD ही लगा रहता है |
7. SMPS (switched-mode power supplies) - SMPS हमारे कंप्यूटर में एक महत्वपूर्ण parts है जिसके माध्यम से electronic power supply को ठीक तरह कंप्यूटर में प्रवेश कराया जाता है SMPS का full form है (switched-mode power supply) मगर इसे switcher के नाम से भी जाना जाता है इनमे एक switching regulator लगा रहता है जो बिजली की आपूर्ति को कुशल तरीके से प्रवाहित करते है ताकि ज्यादा या कम voltage के कारन computer में कोई खराबी न आये |
8. Graphic Processing Unit (GPU) - Graphics Processing Unit या GPU एक विशेष इलेक्ट्रॉनिक सर्किट है जो graphics जैसे की image को process करने के काम में लगता है ये डिस्प्ले डिवाइस में लगी रहती है जो frame buffer के जरिये छवियों के निर्माण में तेजी लाने के लिए डिज़ाइन किया गया है GPU का उपयोग मोबाइल फोन, पर्सनल कंप्यूटर, वर्कस्टेशन, गेम कंसोल आदि में किया जाता है |
9. Optical Disc Drive (ODD) - Optical Disc Drive या ODD एक disc drive है इसका उपयोग कंप्यूटर से कोई डाटा, इमेज, movie, file आदि को DVD डिस्क पर copy करने के लिए किया जाता है इसमें एक laser light लगा हआ रहता है जो प्रकाश spectrum के भीतर या पास laser light या electromagnetic waves का उपयोग करके optical disc से डेटा read and write करता है |
10. CMOS battery - सन 1967 में, Frank Wanlass ने सबसे पहले CMOS की खोज की थी | उन्होंने इसके ऊपर एक patent भी बना लिया जब वो Fairchild Semiconductor में कुछ experiment कर रहे थे | CMOS "Complementary Metal oxide Semiconductor" यह मदरबोर्ड का एक भौतिक भाग है जो एक विशेष प्रकार की मेमोरी चिप होती है जो एक बैटरी द्वारा संचालित होता है, तब भी जब पीसी बंद हो जाता है, यह चिप जानकारी संग्रहीत करता है जो आपके कंप्यूटर के समय और दिनांक सेटिंग्स को संग्रहीत रखता है यह एक उन्नत चिप टेक्नोलॉजी है जो बहुत कम बिजली पर काम करता है इसलिए बैटरी एक लंबे समय तक चलती है अगर आपके कंप्यूटर के समय और दिनांक सेटिंग्स बार बार बदल जाते है जो इसका सीधा सा मतलब ये है की आपके मदरबोर्ड पर स्थित सीएमओएस बैटरी फ़ैल है अर्थात CMOS बैटरी अपनी शक्ति खो चुका है हमे उसे बदलने की जरुरत है CMOS आपको कंप्यूटर को समय और दिनांक सेटिंग्स को संग्रहीत करने में सक्षम बनाता है। सीएमओएस बैटरी एक सिक्के के आकार का लिथियम आयन बैटरी होता है। यदि आपका CMOS बैटरी फ़ैल हो जाता है, तो आपका कंप्यूटर बंद होने पर आपकी Bros सेटिंग उनके डिफ़ॉल्ट पर रीसेट हो जाएंगी क्यंकि CMOS एक चिप होता है जब भी आप अपने कंप्यूटर के BIOS कॉन्फ़िगरेशन को चेंज करते हैं तो वह सेटिंग्स बायोस चिप पर नही इसके बजाय, CMOS चिप पर संग्रहीत होता है इसमें 256 बाइट्स डाटा स्टोर करने की क्षमता होती है हर बार कंप्यूटर रिस्टार्ट या पॉवर ऑन होने पर कंप्यूटर इस कॉन्फ़िगरेशन को याद रख सके इसके लिए CMOS बैटरी लगातार CMOS चिप को पॉवर सप्लाई करता रहता है यह 3 volts पॉवर करती है CMOS बैटरी की लाइफ लगभग 5-10 साल होती है। हालांकि, यह उपयोग और वातावरण के आधार पर भिन्न हो सकता है जिसमें कंप्यूटर का उपयोग होता है। CMOS चिप आपके कंप्यूटर की हार्ड डिस्क ड्राइव, तिथि और समय को संग्रहीत करता है, इसलिए CMOS बैटरी कभी फ़ैल नहीं होना चाहिए। ऐसा नही है की CMOS बैटरी के फैल हो जाने पर कंप्यूटर अपना काम करना बंद कर देगा | हम जब भी अपने कंप्यूटर के BIOS कॉन्फ़िगरेशन को चेंज करके SAVE करेंगे वो सेटिंग्स तब तक ही CMOS चिप में मौजूद रहेगी जब तक CMOS चिप को पॉवर मिलता रहेगा मगर जैसे ही कंप्यूटर रीस्टार्ट होगा वो सेटिंग्स डिफ़ॉल्ट पर रीसेट हो जाएंगी क्योकि जब कंप्यूटर बंद अवस्था में था तब CMOS बैटरी फ़ैल होने के कारण पॉवर सप्लाई नही कर सकी और BIOS सेटिंग डिफ़ॉल्ट पर रीसेट हो जाती है इसीलिए CMOS बैटरी फ़ैल नही होना चाहिए इससे समय और दिनांक, Boot Device Priority आदि अन्य फंक्शन रीसेट हो जाएंगे |"
सीपीयू के मुख्य कार्य
सीपीयू
computer में विभिन्न प्रकार के काम करता है और हमारे काम को आसान बनाता है। सीपीयू
computer में कौन-कौन से कार्य करता है उसके बारे में हम
आपको नीचे बता रहे हैं ।
Ø
सीपीयू computer की memory से Data को Read
करता है और उसे लिखने का काम करता है ।
Ø
इसके अलावा यह एक नंबर से दूसरे नंबर को जोड़ने का काम भी करता है ।
Ø
इसके साथ ही सीपीयू इस बात का अवलोकन भी करता है कि एक नंबर दूसरे
से बड़ा है या छोटा ।
Ø
सीपीयू एक नंबर को दूसरे नंबर की जगह पर ले जाने का काम भी करता
है ।
Ø
सीपीयू आपके द्वारा कीबोर्ड के जरिए दिए गए निर्देशों का कंप्यूटर
से पालन करवाता है ।
Ø
यह कंप्यूटर के सभी कामों को कंट्रोल करता है ।
Ø
सीपीयू कंप्यूटर से मिलने वाली जानकारियों को प्रोसेस करता है ।
Ø
सीपीयू इनपुट का पालन करके आउटपुट प्रदान करता है ।
Ø
सीपीयू कंप्यूटर की सारी प्रोसेसिंग को हैंडल करता है ।
Ø
सभी प्रकार की डाटा प्रोसेसिंग का काम सीपीयू ही करता है ।
Ø
कंप्यूटर के हार्डवेयर से संबंधित कामों को पूरा करता है ।
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